बरेली में घूमने की ख़ूबसूरत जगहों (places to visit in bareilly) की बात करें तो झुमका चौक, फन सिटी, पंचाल म्यूजियम,जगन्नाथ मंदिर मुख्य पर्यटन स्थल है। ब्रिटिश काल के दौरान 1811 में इसे बरेली छावनी का नाम दिया गया। इसके पहले इसको रोहिलखंड कहा जाता था।
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बरेली का झुमका चौराहा | best places to visit in bareilly
इस शहर की पहचान सुरमा और झुमका से होती है। बॉलीवुड में फिल्माया गया गाना झुमका गिरा रे बरेली के बाजार में जो इसे नई पहचान देकर गया वही स्थान बरेली से 16 मीटर दूर रामपुर को जाने वाली रास्ते पर स्थित बरेली टूरिस्ट प्लेस का हिस्सा है।
बरेली का झुमका चौराहा हरे भरे गार्डन और आर्टिफिशियल पेड़ों के बीच में एक सुन्दर स्थल है। जो सभी को काफी ज्यादा आकर्षित करता है। और इसीलिए युवाओं के बीच यह स्थान बहुत ही लोकप्रिय है खास तौर पर सेल्फी प्वाइंट भी हैं।
पंचाल म्यूजियम (Panchal museum bareilly)
भारत के प्राचीन सभ्यता और इतिहास में रुचि रखने वाले लोगों के लिए पांचाल म्यूजियम बरेली एक आदर्श स्थान है। यहां महाभारत काल से जुड़े कई रहस्यमई औजार, पाषाण कालीन वस्तुएं के साथ-साथ मानव तथा जीव जंतुओं की गुप्तकालीन और कुषाण कालीन मूर्तियां देखने के लिए मिल जायेंगी। जो आज से लगभग 4000 वर्ष पुराने हैं।
जब भी आपको बरेली शहर घूमने का मौका मिले तो इस पिकनिक स्पॉट को जरुर जाए खास करके यदि आप बच्चों के साथ घूमने के लिए जाएं तो इस रहस्यमय स्थान का दर्शन जरूर करें। क्योंकि युगों पीछे के इतिहास से जुड़े कई रहस्यमई चीजें उन्हें सीखने और जानने का मौका देती है।
पंचाल म्यूजियम बरेली का पता और समय
समय | सुबह 11:00 बजे से शाम 5 :00 बजे तक |
दिन | सोमवार से शनिवार |
पता | महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय, भरतौल 243006 |
आस -पास | श्री पशुपति नाथ मंदिर, बरेली |
जगन्नाथ मंदिर बरेली|Jagannath mandir bareilly
जगन्नाथ मंदिर बरेली में स्थित अत्यधिक धार्मिक महत्व रखता है। जगन्नाथ मंदिर, पुराने बरेली शहर के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है। यह मंदिर 200 साल से अधिक पुराना है।
मंदिर का नाम भगवान जगन्नाथ से मिलता है, जिन्हें हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार ‘विश्व के स्वामी’ कहा जाता है। विष्णु के परंपरागत अवतारों में से एक माने जाने वाले जगन्नाथ की मूर्ति एक लकड़ी के टुकड़े से निर्मित है, जिसमें एक जोड़ी आँखें और बड़े हाथ हैं।
यह मंदिर बरेली में घूमने की जगहों के लिए सबसे प्रतिष्ठित स्थानों में से एक माना जाता है। यह मंदिर प्राचीन मूर्तियों, चित्रकलाओं, नक्काशियों और अद्भुत वास्तुकला की अनगिनत धाराओं से युक्त है।
जगन्नाथ मंदिर बरेली का पता और समय
समय | सुबह 5:30 बजे से रात 10 :00 बजे तक |
दिन | प्रतिदिन |
पता | लाला चंपक राय की बागिया, बरेली |
आस -पास | अलखनाथ मंदिर बरेली, गंगा मंदिर बरेली |
दरगाह-ए-आला हज़रत (Dargah-e-Ala Hazrat in Bareilly)
बरेली शरीफ दरगाह यादरगाह-ए-आला हज़रत भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के बरेली शहर में स्थित अहमद रज़ा खान की एक दरगाह (मकबरा) या स्मारक है । वह 19वीं सदी के अहले सुन्नत थे, जो भारत में वहाबियों के कट्टर विरोध के लिए जाने जाते हैं । वह एक महान इस्लामिक विद्वान्, न्यायविद, सिद्ध व्यक्ति तथा महान समाज सुधारक थे |
उन्होंने कानून, धर्म, दर्शन तथा विज्ञान विषयों पर अनेक पुस्तकों की रचना की | उनकी दरगाह बरेली में स्थित है | दरगाह के गुंबद को शाह महमूद जान कादरी ने माचिस की तीलियों के इस्तेमाल से डिजाइन किया था।
दरगाह-ए-आला हज़रत बरेली का पता और समय
समय | सुबह 6:00 बजे से रात 11 :00 बजे तक |
दिन | प्रतिदिन |
पता | भूर, बरेली, उत्तर प्रदेश 243003 |
आस -पास | साई बाबा मंदिर |
सेना सेवा कोर संग्रहालय (Army museum in bareilly)
बरेली का यह museum काफी हद तक एएससी में सेवा करने वाले पुरुषों की उपलब्धियों के लिए समर्पित है, पशु परिवहन स्मारक उन खच्चरों द्वारा की गई श्रम सेवा को समर्पित है जिन्होंने साथ में सेवा की थी। यह भारतीय सेना की एक महत्वपूर्ण शाखा, आर्मी सर्विस कोर (एएससी) जुड़ी यादें हैं।
आर्मी सर्विस कोर की स्थापना 1760 में अंग्रेजों द्वारा एक कमिश्नरी विभाग के रूप में की गई थी। इसकी मुख्य भूमिका लड़ने वाले सैनिकों के लिए राशन, ईंधन, परिवहन और अन्य आवश्यकताओं की पेशकश करना है। हर डिविजन के साथ लॉजिस्टिक सपोर्ट देने के लिए एक एएससी बटालियन जुड़ी हुई है। कोर को अपना वर्तमान नाम, आर्मी सर्विस कोर 1950 में मिला।
संग्रहालय की स्थापना का विचार सबसे पहले 1962 में मेजर जनरल जीएस गिल द्वारा रखा गया था। संग्रहालय की स्थापना 1965 में बरेली के एएससी स्कूल में की गई थी। फिर, 1999 में, संग्रहालय को बेंगलुरु ले जाया गया और 2000 में ब्रिटिश-डिज़ाइन की गई इमारत में खोला गया।
आर्मी म्यूजियम बरेली का पता और समय
समय | सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक |
दिन | प्रतिदिन |
पता | आर्मी सर्विस कोर पुस्तकालय, एएससी स्कूल, बरेली – 243001, उत्तर प्रदेश |
आस -पास | JRC मंदिर, JRC स्विमिंग पूल |
तुलसी मठ
तुलसी मठ बरेली में अलखनाथ मंदिर के पास स्थित एक पर्यटन स्थल है। यह स्थान विश्व प्रसिद्ध लेखक तुलसीदास के घर के रूप में जाना जाता है। तुलसीदास ने 1600 ई. में रामचरितमानस की रचना की थी। उन्हें रामायण के रचयिता वाल्मिकी का अवतार भी माना जाता है।
चैत्र नवरात्र एवं श्री राम नवमी के पावन पर्व पर मठ गद्दी स्थल तुलसीदास जी महाराज में महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण के अखंड पाठ का आयोजन किया जाता है।
तुलसी मठ का पता और समय
समय | सुबह 5:00 बजे से दोपहर 10:00 बजे तक |
दिन | प्रतिदिन |
पता | फूल बाग़ क़िला छावनी , बरेली – 243502, उत्तर प्रदेश |