मथुरा को भगवान श्री कृष्ण की नगरी कहा जाता है। इस लेख के जरिये मैं आपको श्री कृष्ण की नगरी में घूमने की प्रसिद्ध जगहों (mathura me ghumne ki jagah) के बारे में बताऊंगा। इसके साथ ही इस लेख में मथुरा कैसे पहुंचे, मथुरा जाने का सही समय, मथुरा घूमने में लगने वाला खर्च और मथुरा में रुकने के उचित स्थानों के बारे में जानेंगे।
Table of Contents
- 1 मथुरा के बारे में
- 2 मथुरा कैसे पहुंचे|Mathura kaise jaye
- 3 विश्राम घाट |Vishram ghat in hindi
- 4 कृष्ण जन्मभूमि मथुरा|Mathura krishna janmabhoomi
- 5 द्वारकाधीश मंदिर|Dwarkadhish temple mathura in hindi
- 6 मथुरा संग्रहालय|Mathura government museum in hindi
- 7 गायत्री तपोभूमि|Mathura me ghumne ki jagah
- 8 कंस किला|Kans Qila Mathura Tourist Place In Hindi
- 9 कुसुम सरोवर|Kusum Sarovar Mathura in Hindi
- 10 जय गुरुदेव मंदिर|Mathura me ghumne ki jagah
- 11 पोतरा कुंड|Mathura me ghumne ki jagah
- 12 गोकुल|Mathura me ghumne ki jagah nandgaon
- 13 मथुरा के लोकप्रिय भोजन|mathura famous food in hindi
- 14 मथुरा घूमने का खर्च|mathura ghumne ka kharcha
- 15 मथुरा घूमने का सही समय|mathura ghumne ka sahi samay
- 16 मथुरा में ठहरने के सही स्थल|mathura me rukne ki jagah
- 17 FAQ
- 18 निष्कर्ष
मथुरा के बारे में
मथुरा उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रसिद्ध जिला है। जोकि आगरा से उत्तर की ओर लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। और दिल्ली से इसकी दूरी लगभग 145 किलोमीटर है। हिंदू धर्म ग्रन्थ, महाभारत और भागवत पुराण महाकाव्यों के अनुसार, मथुरा भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि है। मथुरा सुरसेन राज्य की राजधानी थी, जिसपर भगवान श्री कृष्ण के मामा कंस ने शासन किया था। मथुरा हिन्दुओं के सात पवित्र तीर्थो में से एक है जिसे मोक्ष्यदायिनी तीर्थ कहा जाता है।
मथुरा कैसे पहुंचे|Mathura kaise jaye
मथुरा आप बस, ट्रैन, प्राइवेट वाहन और हवाई यात्रा के जरिये पहुँच सकते है। मथुरा के नजदीकी शहर आगरा और दिल्ली हैं।
बस या निजी वाहन के द्वारा
मथुरा नेशनल हाईवे से कनेक्टेड शहर है। जिससे यहां कई शहरों के लिए सड़क है।मथुरा के लिए, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा से आपको आसानी से बस मिल जाएगी। पास का बस स्टॉप भूतेश्वर बस स्टेशन मथुरा है।
ट्रैन के द्वारा
मथुरा के लिए आपको प्रदेश और देश के कई शहरो से ट्रैन मिल जाती हैं। जैसे दिल्ली, आगरा, मुंबई, कोलकाता, ग्वालियर, जयपुर, हैदराबाद,चेन्नई और लखनऊ से कई ट्रैन मथुरा के लिए मिल जाती हैं। जिसके लिए आपको मथुरा जंक्शन या मथुरा कैंट का टिकट करना होगा।
हवाई यात्रा के द्वारा
मथुरा का नजदीकी एयरपोर्ट आगरा में है। जिसका नाम खेरिआ एयरपोर्ट, आगरा है। जहां से मथुरा लगभग 62 किलोमीटर है। यहां से आप कोई बस या निजी वाहन के जरिये मथुरा आसानी से पहुँच सकते हैं।
विश्राम घाट |Vishram ghat in hindi
विश्राम घाट, यमुना विश्राम घाट के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दू पौराणिक कथा की माने तो कहा जाता है, जब श्री कृष्ण ने अपने मामा का वध किया था उसके बाद यही वो स्थान है जहां श्री कृष्ण ने विश्राम किया था। यहां पर एक सुन्दर मंदिर भी है। जहां के दर्शन आपको अवश्य करने चाहिए। यहां पर हर रोज सुबह शाम आरती की जाती है। जिसमें बहुत सारे श्रद्धालु भाग लेते हैं।
विश्राम घाट समय,टिकट दर और पता|vishram ghat address and timing
समय | 24 घंटे |
आरती | गर्मी में सुबह 7 बजे। शाम 7 बजे ठंडी में सुबह 6:45 बजे। शाम 7 बजे |
दिन | प्रतिदिन |
टिकट | मुफ्त नांव की सवारी (Boating) 50 रूपये प्रति व्यक्ति। |
आसपास | द्वारिकाधीश मन्दिर |
फ़ोन | 09084 104255, 08894 917116 |
पता | विश्राम घाट, चौबे पारा, गोल पाड़ा , मथुरा , उत्तर प्रदेश 281001 |
कृष्ण जन्मभूमि मथुरा|Mathura krishna janmabhoomi
कृष्ण जन्म भूमि मंदिर, भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली है। यह मंदिर मथुरा का ही नहीं बल्कि देश और प्रदेश का प्रसिद्ध मंदिर है। जो की पहले जेल हुआ करती थी। हिन्दू धर्म ग्रंथो के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा की इसी जेल में एक कोठरी के अंदर हुआ था जिसके कुछ वर्ष बाद इस जेल के चारो तरफ मंदिर का निर्माण किया गया। माना जाता है यहां पर श्री कृष्ण की 4 मीटर ऊँची सोने की विशाल प्रतिमा थी जिसे महमूद ग़ज़नवी उठा ले गया था। यहां हर दिन श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहता है। जन्माष्टमी और होली के दिनों में यहां की सुंदरता, चहक और भक्तों का सैलाब देखते ही बनता है।
कृष्ण जन्मभूमि मथुरा समय,टिकट दर और पता|mathura krishna janmabhoomi address and timing
समय | सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक। शाम 4 बजे से रात 9:30 बजे तक। माखन भोग सुबह 8 बजे। |
दिन | प्रतिदिन |
टिकट | मुफ्त |
आसपास | रॉयल एंजेल वाटर पार्क (Royal angel water park) |
फ़ोन | 05652 423888 |
पता | जनम भूमि, मथुरा, उत्तर प्रदेश 281001 |
द्वारकाधीश मंदिर|Dwarkadhish temple mathura in hindi
भगवान श्री कृष्ण को ‘द्वारकाधीश’ या ‘द्वारका के राजा’ के नाम से भी पुकारा जाता था तो इन्ही नाम पर इस मंदिर का नाम पड़ा है। वर्तमान में इस मंदिर की देखरेख वल्लभाचार्य सम्प्रदाय द्वारा की जाती है। इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1814 में सेठ गोकुल दास पारीख द्वारा कराया गया था। जो की ग्वालियर रियासत का खजांची हुआ करता था। इस मंदिर के भगवान श्री कृष्ण और राधा जी की मनोरम मूर्तियाँ हैं। इसके अलावा अन्य देवताओं की भी मूर्तियों यहां स्थापित हैं। इस मंदिर में रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु मातारानी और श्री कृष्ण के दर्शन के लिए आते हैं। यहां होली और जन्माष्टमी के समय बहुत भीड़ उमड़ती है। यह मंदिर अपने झूलों के लिए मशहूर है जो की सावन महीने में आयोजित होते हैं।
द्वारकाधीश मंदिर मथुरा समय,टिकट दर और पता|dwarkadhish temple mathura address and timing
समय | गर्मियों में सुबह 6:30 बजे से सुबह 11 बजे तक। दोपहर 3:30 बजे से 7 बजे तक। सर्दियों में सुबह 6:30 बजे से सुबह 11 बजे तक। शाम 4 बजे से 7: 30 बजे तक। |
दिन | प्रतिदिन (सोमवार और सार्वजनिक अवकाशों पर बंद रहता है) |
टिकट | मुफ्त |
आसपास | विश्राम घाट |
फ़ोन | 09555 478764 |
पता | डेम्पियर नगर, मथुरा, उत्तर प्रदेश 281001 |
मथुरा संग्रहालय|Mathura government museum in hindi
यह म्यूजियम लाल बलुआ पत्थर से बना मथुरा का एक आकर्षक पर्यटन स्थल है। म्यूज़ियम के अंदर आप, पत्थर से बनी मूर्तिकला, सोने, चांदी और तांबे के सिक्के, मिट्टी के मुहरे, प्राचीन मिट्टी की कला और चित्रकला आदि को देख सकते हैं। इसके अलावा यहां आपको मौर्य, सुंग, कुषाण और गुप्तकाल के सुंदर मूर्तियों का विशेष संग्रह देखने को मिलता है। अगर आप मथुरा टहलने जाते हैं तो आपको मथुरा सरकारी म्यूजियम अवश्य जाना चाहिए।
मथुरा संग्रहालय समय,टिकट दर और पता|government museum mathura ticket price, timing and address
समय | सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक। |
दिन | प्रतिदिन (सोमवार और सरकारी अवकाश पर बंद रहता है।) |
टिकट | वयस्क – 5 रूपये बच्चे – 2 रूपये कैमरा -20 रूपये विदेशी पर्यटक – 25 रूपये |
आसपास | भगत सिंह पार्क, महारानी अवन्तीबाई पार्क |
फ़ोन | 08889 904541 |
पता | मथुरा सरकारी म्यूजियम, डेम्पियर नगर, मथुरा, उत्तर प्रदेश 281001 |
गायत्री तपोभूमि|Mathura me ghumne ki jagah
गायत्री तपोभूमि लाखों भक्तों और पर्यटन प्रेमियों के लिए प्रसिद्ध जगह है। यहां हर रोज नियमित रूप से गायत्री मंत्र का पाठ और अखण्ड ज्योति में यज्ञ का आयोजन होता है। गायत्री तपोभूमि को वर्ष 1950 में पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा निर्मित कराया गया था, जिन्हें गुरुदेव के रूप में भी जाना जाता है। यहां पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने प्रत्येक वर्ष 2 लाख 40 हजार गायत्री मंत्रों का उच्चारण किया था। जिन्हे 24 गायत्री महापुरास्चरण के रूप में जाना जाता है।
मथुरा संग्रहालय समय,टिकट दर और पता|government museum mathura ticket price, timing and address
समय | सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक – शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक। |
आरती | सुबह आरती – सुबह 05:30 बजे से 06:30 बजे तक। सामूहिक यज्ञ – सुबह 06:30 से 07:30 बजे तक। शाम आरती नादयोग एवं अमृतवाणी – सुबह 05:30 से 06:25 बजे। |
दिन | प्रतिदिन |
टिकट | मुफ्त |
आसपास | मोक्षधाम मथुरा, तुलसी वन |
पता | गायत्री तपोभूमि, मसानी, मथुरा, उत्तर प्रदेश 281003 |
कंस किला|Kans Qila Mathura Tourist Place In Hindi
कंस किला मथुरा के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह किला वर्त्तमान के समय में खंडहर बन गया है पंरतु फिर भी यहां पर्यटकों का तांता लगा रहता है। यह किला क्रूर राजा कंस को समर्पित है जो की भगवान श्री कृष्ण के मामा थे। यह यमुना नदी के तट पर स्थित है। इसका निर्माण 16वीं सदी में राजा मान सिंह द्वारा किया गया था। जिसके बाद महाराजा सवाई जय सिंह ने इस किले के अंदर एक ज्योतिषशाला बनवायी।
कंस किला समय,टिकट दर और पता|Kans Qila ticket price, timing and address
समय | सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक। |
दिन | प्रतिदिन |
टिकट | मुफ्त |
आसपास | वासुदेव घाट |
पता | रतनकुंड, चौक बाजार, मथुरा, उत्तर प्रदेश 281001 |
कुसुम सरोवर|Kusum Sarovar Mathura in Hindi
कुसुम सरोवर एक जलसंग्रह का क्षेत्र है जहां आपको कई मंदिर और पवित्र इमारतें देखने को मिलती हैं। कुसुम सरोवर के पास नारद कुंड है, जहाँ भक्ति सूत्र के श्लोक नारद द्वारा लिखे गए थे, और इसके पास में श्री राधा वन बिहारी मंदिर स्थित है। कुसुम सरोवर राधा कृष्ण के युग से जुड़ा हुआ है। यह स्थान फूलों और कदम्ब के पेड़ों से घिरा हुआ है। कहा जाता है कि राधा यहां अपनी सहेलियों के साथ फूल जुटाने का बहाना बनाकर श्री कृष्ण से मिलने और बातें करने आती थी। पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार जब फूल तोड़ते समय, राधा की पोशाक कांटों में फंस गई थी तब श्री कृष्ण माली के रूप में आए थे और उनकी पोशाक को कांटों से निकाले थे। इसके अलावा यह भी माना जाता है कि कृष्ण इस प्राचीन स्थल पर अपने दोस्तों के साथ छुप्पम छुपाई खेलते थे और राधा के लिए हार बनाने के लिए फूल इकट्ठा करते थे।
कुसुम सरोवर समय,टिकट दर और पता|Kusum Sarovar Mathura ticket price, timing and address
समय | सुबह 6 से शाम 6 बजे तक। |
दिन | प्रतिदिन |
टिकट | मुफ्त |
आसपास | नारद कुंड, राधा और श्याम कुंड |
पता | कुसुम सरोवर, मथुरा, उत्तर प्रदेश 281504 |
जय गुरुदेव मंदिर|Mathura me ghumne ki jagah
यह मंदिर बाबा जयगुरुदेव को समर्पित है। जोकि दिल्ली से आगरा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ता है। बाबा जयगुरुदेव ने कई संगठन और आश्रम खोले थे जो कि मनुष्य को एक बेहतर इंसान बनाने के लिए अग्रसर हैं। इस मंदिर में हर साल विशाल भंडारा महोत्सव आयोजित किया जाता है। यह मंदिर सफ़ेद संगमरमर से बना है। जिसमें कई गुम्बददार संरचनाएँ भी है जो कि दिखने काफी सुन्दर हैं।
जय गुरुदेव मंदिर समय,टिकट दर और पता|Baba jaigurudev mandir mathura ticket price, timing and address
समय | सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक। |
दिन | प्रतिदिन |
टिकट | मुफ्त |
आसपास | मथुरा जंक्शन (2.5 किलोमीटर) |
फ़ोन | 08630393260 |
पता | बाबा जय गुरुदेव मंदिर, माधवपुरी,मथुरा, उत्तर प्रदेश 281004 |
पोतरा कुंड|Mathura me ghumne ki jagah
यह मथुरा का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। जो की भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि से पास में स्थित है। माना जाता है यहां पर श्री कृष्ण की मैय्या यशोदा ने उनके वस्त्र-उपवस्त्रादि इस कुण्ड पर धोये थे जिसके कारण इसे पोतरा कुण्ड नाम से पुकारते हैं। यह एक विशाल कुंड है। पोतरा कुण्ड पर सुबह और शाम के समय बहुत अच्छा लगता है।
पोतरा कुंड समय,टिकट दर और पता|Potra kund mathura ticket price, timing and address
समय | 24 घंटे |
दिन | प्रतिदिन |
टिकट | मुफ्त |
आसपास | मथुरा कैंट स्टेशन (3 किलोमीटर) |
पता | पोतरा कुंड, पोतरा कुंड मालपुरा, मथुरा उत्तर प्रदेश 281001 |
गोकुल|Mathura me ghumne ki jagah nandgaon
गोकुल, मथुरा शहर के दक्षिण-पूर्व में स्थित एक प्रसिद्ध नगर है। गोकुल यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है। गोकुल वह स्थान है जहां माता यशोदा ने श्री कृष्ण का गुप्त रूप से पालन पोषण किया था। जन्माष्टमी में यहां काफी श्रद्धालु आते हैं। गोकुल में श्री ठकुरानी घाट, नंदा भवन, रमन रेती और रंगबिहारीजी मंदिर जैसे कई प्रसिद्ध स्थल हैं।
मथुरा के लोकप्रिय भोजन|mathura famous food in hindi
मथुरा श्री कृष्ण की जन्मस्थली है और जैसा की आपको पता भगवान श्री कृष्ण को दूध, दही और उससे बनी चीजे बहुत पसंद थी। इसी वजह से मथुरा में दूध से बने व्यंजन बहुत प्रसिद्ध हैं। मथुरा के प्रसिद्ध व्यंजनों की बात करे तो पेड़ा, मालपुआ, लस्सी, मक्खन मिश्री, रबड़ी, घेवर, भल्ले पापड़ी, जलेबी गुझिया, फरा, दम आलू, भिंडी सालन और कचौड़ी आदि काफी लोकप्रिय हैं। जिनका स्वाद आपको अवश्य लेना चाहिए।
मथुरा घूमने का खर्च|mathura ghumne ka kharcha
मथुरा सस्ते शहरों में एक है। जहां आपको रहने, खाने और टहलने में काफी कम रूपये लगते हैं। मथुरा, एक व्यक्ति 2000 से 2500 रूपये में आराम से घूम सकता है।
मथुरा घूमने का सही समय|mathura ghumne ka sahi samay
सर्दियों में मथुरा घूमना आपके लिए आनंदमय रहता है। जबकि माथुरा एक पौराणिक शहर है जहां प्रत्येक दिन से लेकर प्रत्येक महीने पर्यटक आते रहते हैं।
मथुरा में ठहरने के सही स्थल|mathura me rukne ki jagah
मथुरा में आपको कई धर्मशाला और होटल सस्ते में मिल जाते हैं। जिनमें आपको एसी/नॉन एसी कमरे मिलते हैं। इसके अलावा यहां आपको फैमिली कमरे, सिंगल कमरे व हॉल मिल जाते हैं।
FAQ
मथुरा में देखने लायक क्या क्या है?
मथुरा में कृष्ण जन्मस्थान, विश्राम घाट, गोकुल, नंदगांव, कंस किला, कुसुम सरोवर, गायत्री तपोभूमि, मथुरा सरकारी म्यूजियम और द्वारिकाधीश मंदिर आदि घूमने की प्रसिद्ध जगहें हैं।
मथुरा कितने दिन में घूम सकते हैं?
मथुरा घूमने के लिए आपके पास कम से कम 2 से 7 दिन का समय जरूर होना चाहिए। मथुरा में आपको वृन्दावन, गोकुल, नंदगाव जैसे कई प्रसिद्ध नगर मिलते हैं।
मथुरा की परिक्रमा कब लगती है?
हिन्दू पंचाग के अनुसार कार्तिक माह में परिक्रमा लगायी जाती है। जोकि अक्टूबर में लगता है।
निष्कर्ष
इस लेख के जरिये मैंने आपको मथुरा घूमने के स्थानों के बारे बताया। इसके अलावा मथुरा जाने का सही समय, ठहरने के उचित स्थान और मथुरा जाने में लगने वाले खर्च के बारे में भी बताया।
अगर यह लेख आपके लिए लाभकारी रहा तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।
धन्यवाद|